हमारा खानपान कैसा हो?
आधा भोजन, दुगुना पानी, तिगुना श्रम, चौगुनी मुस्कान. मांसाहारी भोजन का त्याग करे: मांसाहारी भोजन विष के सम्मान होता है, जब किसी जानवर को मारा जाता है तब उसके शरीर में भय, गुस्सा से जहरीले हारमोंस बनते हैं. चबाकर खाए: चबाकर भोजन करने से ' seritonin ' नामक होरमोन की मात्र बढती है, जिससे अनिद्रा, सिरदर्द आदि रोग दूर होते हैं. स्वश्थ शरीर में खून का क्षारीय और अम्लीय अनुपात 80:20 रहता है . अतः क्षारीय खाद्य पदार्थ का ज्यादा सेवन करना चाहिए. क्षारीय पदार्थ : गुड, शहद, ताज़ा दूध, दही, ताज़े फल, हरी सब्जियां, चोकर युक्त आटा, छिलका सहित दाल, अंकुरित अनाज, मख्खन, कच्चा नारियल, सूखे मेवे, सलाद (टमाटर, खीरा, चुकुन्दर आदि ), नीम्बू, संतरा, मौसंबी अनानाश. अम्लीय पदार्थ: चीनी, कृत्रिम नमक, मैदा, polished चावल, बेसन, अचार, ब्रेअड, बिस्किट, केक, पिज्जा, cream , meat , मिठाइयाँ, तेल, घी, कृत्रिम शीतल पेय. सदैव अचार एवं पापड से परहेज़ करे. नीम्बू का अचार फायदेमंद, पुदीने की चटनी, धनिया की चटनी, टमाटर की चटनी फायदेमंद परन्तु बोतलबंद सौस नुकसानदेह. ...